Multibagger SME IPO: ड्रोन स्टार्टअप कंपनी ड्रोनआचार्य एरियल इनोवेशन लिमिटेड (Droneacharya Aerial Innovations) के शेयर लिस्टिंग के बाद से लगातार 14 सेशंस में अपर सर्किट को हिट कर रहा था। हालांकि, आज गुरुवार को शेयरों में 4.98% की गिरावट है और यह 220.25 रुपये पर आ गया। हालांकि, इस प्रॉफिट बुकिंग ट्रिगर से पहले 23 दिसंबर 2022 को बीएसई एसएमई (BSE SME) एक्सचेंज में लिस्टेड यह ड्रोन सॉल्यूशन स्टॉक इश्यू प्राइस के अपर प्राइस बैंड से 325 प्रतिशत तक बढ़ गया है। ड्रोनआचार्य एरियल इनोवेशन लिमिटेड का आईपीओ दिसंबर में आया था। इसका प्राइस बैंड ₹52 से ₹54 प्रति इक्विटी शेयर तय किया गया था।
Droneacharya Aerial शेयर प्राइस हिस्ट्री
ड्रोनआचार्य एरियल इनोवेशन लिमिटेड आईपीओ को दिसंबर में ₹52 से ₹54 प्रति इक्विटी शेयर के प्राइस बैंड पर लॉन्च किया गया था। पब्लिक इश्यू को बीएसई एसएमई एक्सचेंज में 23 दिसंबर 2022 को ₹102 पर लिस्ट किया गया था। इससे इसके लकी अलॉटी को लगभग 90 पर्सेंट का लिस्टिंग मुनाफा मिला था। उसके बाद से ड्रोन शेयर में लगातार 5 पर्सेंट का अपर सर्किट था। 23 दिसंबर को बीएसई एसएमई एक्सचेंज में लिस्ट होने के बाद से एसएमई स्टॉक सभी 14 सत्रों में सर्किट पर था। आज यह लोअर सर्किट पर लगा था।
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मल्टीबैगर आईपीओ ने किया मालामाल
यह बीएसई एसएमई आईपीओ पिछले एक महीने में मल्टीबैगर आईपीओ में से एक है। पब्लिक इश्यू ₹52-54 प्रति इक्विटी शेयर पर पेश किया गया था और आईपीओ के एक लॉट में 2,000 कंपनी शेयर शामिल थे। इसका मतलब है, रिटेल हिस्से में आवंटी का न्यूनतम निवेश ₹1.08 लाख है। यदि ड्रोन स्टॉक की मजबूत शुरुआत के बावजूद एक आवंटी निवेशित रहता, तो उसका ₹1.08 लाख आज ₹4.40 लाख हो गया होता। बशर्ते आवंटी इस मल्टीबैगर एसएमई आईपीओ में अब तक निवेशित रहते।
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जानिए क्या होता अपर सर्किट?
बता दें कि जब किसी शेयर को ज्यादा खरीदा जाता है तब शेयर में अपर सर्किट लग जाता है। यानी एक्सचेंज शेयर की ट्रेडिंग को बंद कर देती है। बता दें कि यह मार्केट रेगुलेटर SEBI की तरफ से बनाए गए नियम के तहत है। भारतीय शेयर बाजार में अपर सर्किट और लोअर सर्किट का इतिहास 28 जून 2001 से शुरू होता है। आपको बता दें कि सर्किट लिमिट से ही तय होता है कि एनएसई या बीएसई के निफ्टी और सेंसेक्स जैसे इंडेक्स एक दिन में कितना ऊपर-नीचे जा सकते हैं। इनमें फिल्टर 10 फीसदी, 15 फीसदी और 20 फीसदी की तेजी पर लगता है।
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