0

Interview:मन से स्वस्थ बच्चे ही करेंगे बेहतर भविष्य का निर्माण, इसमें स्कूल-शिक्षकों की भूमिका सबसे अहम – Children’s Mental Health Problems And Challenges, Promoting Mental Health And Preventing Mental Illness

Share

बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत

बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत
– फोटो : Amarujala graphic

विस्तार

स्वस्थ मन के बिना, स्वस्थ शरीर की कल्पना नहीं की जा सकती है। जब बात बच्चों के स्वास्थ्य की हो तो इसपर और भी गंभीरता से ध्यान देने की आवश्यकता होती है, क्योंकि इस विषय पर आज दिखाई गई गंभीरता या बरती गई लापरवाही, भविष्य में परिणाम के रूप में सामने आएगी। वैश्विक स्तर पर मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर रखने के लिए हाल के वर्षों में किए गए प्रयासों में जरूर तेजी आई है, पर बच्चे भी मानसिक स्वास्थ्य विकारों के शिकार हो सकते हैं, इसकी स्वीकार्यता अभी भी सतही स्तर पर ही नजर आती है। अब जब स्वीकार्यता में ही कमी है, तो प्रयासों की गुंजाइश कम होना भी स्वाभाविक है।

हालांकि इसके उलट आंकड़े काफी चिंताजनक हैं। अमेरिकन साइकोलॉजिकल एसोसिएशन की एक रिपोर्ट से पता चलता है कि अकेले अमेरिका में 20 मिलियन (दो करोड़) से अधिक बच्चे- युवा किसी न किसी प्रकार की मानसिक स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहे हैं। यूएस डिपार्मेंट ऑफ हेल्थ एंड ह्यूमेन सर्विसेज के मुताबिक 3-17 वर्ष की आयु के 5 में से एक बच्चे में मानसिक, भावनात्मक, व्यवहारिक विकार की समस्या है। इसी तरह भारत और बांग्लादेश में सात में से एक, इथियोपिया और जापान में दस में से एक बच्चा अवसाद का शिकार पाया गया है। ऐसे करीब 21 देशों के आंकड़े बताते हैं कि औसत पांच में से एक बच्चा किसी मानसिक विकार के साथ जी रहा है। बच्चों में आत्महत्या के बढ़ते मामले भी हाल के वर्षों में बढ़े हुए रिपोर्ट किए गए हैं। ये आंकड़े वैश्विक स्तर पर गंभीरता से मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं पर ध्यान देने और काउंसिलिंग-इलाज की आवश्यकताओं पर जोर देते हैं। 

यूनाइटेड नेशन्स इंटरनेशनल चिल्ड्रेन्स इमरजेंसी फंड (यूनिसेफ) बाल अधिकारों की रक्षा और बेहतर स्वास्थ्य के लिए लगातार प्रयासरत है। बच्चों में मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम और बढ़ती चुनौतियों को समझने और इसपर किस तरह के प्रयास आवश्यक हैं, इस बारे में जानने के लिए हमने वरिष्ठ मनोचिकित्सक डॉ सत्यकांत त्रिवेदी से बातचीत की। डॉ सत्यकांत, आत्महत्या रोकथाम के लिए मध्यप्रदेश सरकार द्वारा बनाई गई सुसाइड प्रिवेंशन पॉलिसी ड्रॉफ्टिंग कमेटी के प्रमुख सदस्य हैं।


#Interviewमन #स #सवसथ #बचच #ह #करग #बहतर #भवषय #क #नरमण #इसम #सकलशकषक #क #भमक #सबस #अहम #Childrens #Mental #Health #Problems #Challenges #Promoting #Mental #Health #Preventing #Mental #Illness