सीएम अशोक गहलोत ने विधानसभा चुनाव से पहले मास्टर स्ट्रोक खेला है। राजस्थान की गहलोत सरकार जाट-गुर्जर समेत 87 जातियों के अभ्यर्थियों को MBBS फीस में बढ़ी राहत देने जा रही है। इन वर्ग के स्टूडेंट्स को सालाना 60 हजार से अधिक रुपये का फायदा होगा। गहलोत सरकार ने ओबीसी और एमबीसी वर्ग के स्टूडेंट्स को फीस में छूट देने के लिए मेडिकल एजुकेशन विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है। फीस में छूट का प्रस्ताव मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भेज दिया गया है। मेडिकल एजुकेशन विभाग के प्रमुख सचिव टी रविकांत ने इसकी पुष्टि की है। उनका कहना है कि सीएम की मंजूरी के बाद इसे कैबिनेट की मीटिंग में रखा जाएगा। कैबिनेट के मंजूरी के बाद यह प्रस्ताव धरातल पर आ सकता है। अधिकारियों का कहना है कि यह प्रस्ताव मुख्यमंत्री कार्यालाय के निर्देश पर ही तैयार किया गया है। इसे जल्दी ही मंजूरी मिलने की संभावना है।
छह सरकारी मेडिकल कॉलेजों में मिलेगी छूट
प्रस्ताव के मुताबिक जिन सरकारी मेडिकल कॉलेजों में ओबीसी और एमबीसी वर्ग के स्टूडेंट्स को छूट मिलने जा रही है, उनमें छह सरकारी मेडिकल कॉलेज शामिल हैं। इनमें जयपुर का एसएमएस मेडिकल कॉलेज, जोधपुर का डॉ. संपूर्णानंद मेडिकल कॉलेज, बीकानेर का सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज, कोटा का गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, अजमेर का जेएलएन मेडिकल कॉलेज और उदयपुर का आरएनटी मेडिकल कॉलेज शामिल हैं। इन मेडिकल कॉलेजों में पढ़ने वाले ओबीसी और एमबीसी वर्ग नॉन क्रीमीलेयर स्टूडेंट्स को सालाना 60,800 रुपए की ट्यूशन फीस माफ होगी।राज्य सरकार ने पिछले दिनों सरकारी मेडिकल कॉलेजों और राजस्थान मेडिकल एजुकेशन सोसाइटी के अधीन चल रहे कॉलेजों में गवर्नमेंट सीटों की फीस एक समान निर्धारित कर दी थी। इसके अनुसार ट्यूशन फीस 60,800 रुपये तय की गई थी। ऐसे में यह तय है कि जैसे ही मेडिकल एजुकेशन विभाग के प्रस्ताव पर कैबिनेट की मुहर लगेगी ओबीसी-एमबीसी के स्टूडेंटस को ट्यूशन फीस में छूट मिलनी शुरू हो जाएगी।
गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति ने की थी मांग
बता दें एससी–एसटी वर्ग को फीस में छूट मिलने के कारण ओबीसी और एमबीसी वर्ग भी लंबे समय से फीस में छूट की मांग कर रहा था। 30 सितंबर को ईडब्ल्यूएस को जैसे ही सरकार ने छूट की घोषणा की यह मांग तेज हो गई थी। गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय बैंसला का कहना है कि यह छूट बैक डेट से मिलनी चाहिए, ताकि चालू सत्र के स्टूडेंट्स को इसका फायदा मिल सके। गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय बैंसला ने लंबे समय से ओबीसी-एमबीसी वर्ग को भी छूट देने की मांग करते रहे हैं। ट्यूशन फीस में छूट ओबीसी और एमबीसी वर्ग के उन स्टूडेंट्स को मिलेगी, जो नॉन-क्रीमी लेयर श्रेणी में आते हैं। ओबीसी में जाट, कुमावत, माली, यादव और चारण सहित 82 जातियां शामिल हैं, जबकि एमबीसी में गुर्जर, रैबारी, बंजारा सहित पांच जातियां आती हैं। यदि किसी परिवार की सालाना आय आठ लाख रुपये से कम है तो उस परिवार को नॉन क्रीमी लेयर की श्रेणी में रखा जाएगा। यानी आठ लाख से कम आय वर्ग वाले परिवार के स्टूडेंट्स को ट्यूशन फीस में छूट का फायदा मिलेगा। अगर किसी परिवार की सालाना आय आठ लाख रुपये से अधिक है तो उस परिवार को क्रीमी लेयर की श्रेणी में रखा जाएगा। ऐसे परिवार के स्टूडेंट को फीस में छूट का फायदा नहीं मिलेगा।
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