0

Budget 2021 Tourism sector gets incentive package to overcome Corona crisis

Share

कोरोना महामारी के चलते डूबने की कगार पर खड़े पर्यटन सहित समूचे आतिथ्य उद्योग (होटल एवं रेस्त्रां) ने वित्त मंत्री से बजट में प्रोत्साहन पैकेज देने की मांग की है।

स्टिक ट्रैवल्स के अध्यक्ष सुभाष गोयल ने कहा कि कोविड-19 संकट के चलते यात्रा पर लगी पाबंदियों की वजह से पर्यटन क्षेत्र पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ा है। सरकार की ओर से अभी तक इस बड़े रोजगार देने वाले क्षेत्र को उबारने के लिए कोई बड़ा ऐलान नहीं किया गया है। अब जब कोरोना का टीका लगना शुरू हो गया है तो हम बजट में वित्त मंत्री से बड़े प्रोत्साहन पैकेज देने की मांग करते हैं। प्रोत्साहन पैकेज मिलने से इस क्षेत्र को पटरी पर लाना आसान होगा और लाखों लोगों को रोजगार मुहैया करना संभव हो पाएगा।

ऋण पुर्नगठन की सख्त जरूरत

फेडरेशन ऑफ होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशंस ऑफ इंडिया (एफएचआरएआई) ने महामारी के चलते डूबने की कगार पर खड़े होटल एवं रेस्त्रां सहित समूचे आतिथ्य उद्योग को बचाने के लिए सरकार से ऋण पुर्नगठन की मांग की है। कोविड-19 संकट के चलते यात्रा पर लगी पाबंदियों की वजह से आतिथ्य क्षेत्र पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ा है। बयान के मुताबिक अगर आतिथ्य क्षेत्र के अस्तित्व को बचाने के अनुकूल किसी नीति का निर्माण नहीं किया गया तो देश में कम से कम 40 से 50 प्रतिशत रेस्तरां और 30 से 40 प्रतिशत होटल बंद हो जाएंगे। इससे लाखों लोगों का रोजगार छिन जाएगा।

55,000 करोड़ रुपये का ऋण बकाया

एफएचआरएआई के मानद संयुक्त सचिव प्रदीप शेट्टी ने कहा कि आतिथ्य क्षेत्र पर करीब 55,000 करोड़ रुपये का ऋण बकाया है। जबकि दूसरे लॉकडाउन और उसके प्रभावों का आकलन किए बिना ही आतिथ्य और पर्यटन क्षेत्र के सामने 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक का जोखिम है। ऐसे में ऋण पुनर्गठन करना बहुत ही जरूरी है।

सरकार से ये भी सिफारिशें

पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र ने आगामी आम बजट से उम्मीद जताते हुए सरकार से कई सिफारिशें की हैं, ताकि कोरोना महामारी के प्रकोप से उबरा जा सके। उद्योग जगत ने राज्यों के बीच पर्यटन को लेकर साझा दृष्टिकोण सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में मुख्यमंत्रियों की एक राष्ट्रीय पर्यटन परिषद का गठन किया जाए, जिसमें पर्यटन मंत्री भी शामिल हों। इसके साथ ही देश भर में पर्यटन को उद्योग का दर्जा मिले। है। महासंघ के कार्यवाहक सीईओ आशीष गुप्ता ने कहा, एफएआईटीएच के सदस्य सामूहिक रूप से सरकार के विभिन्न सदस्यों के संपर्क में हैं और उन्हें आम बजट में उचित राहत मिलने की उम्मीद है।

आठ महीने से बुरी तरह प्रभावित

एफएचआरएआई के उपाध्यक्ष गुरबख्श सिंह कोहली ने कहा, पिछले आठ महीनों में आतिथ्य उद्योग महामारी से बुरी तरह प्रभावित हुआ है और आगामी केंद्रीय बजट यह निर्धारित करेगा कि हम यहां से किस रास्ते से जाएंगे। उद्योग को सरकार से बहुत उम्मीदें हैं। उन्होंने कहा कि चूंकि उद्योग को अब तक बहुत मदद नहीं मिली है, इसलिए एफएचआरएआई को उम्मीद है कि आगामी बजट में आतिथ्य उद्योग पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।

लोगों को घरेलू यात्रा में छूट मिले

रेटिंग एजेंसी इकरा ने कहा है कि पर्यटन उद्योग को कोरोना पूर्व स्तर पर पहुंचने में दो साल लग जाएंगे। ऐसे में इस सेक्टर को जल्द से जल्द पर पटरी लाने के लिए सरकार को घरेलू यात्रा करने के लिए लोगों को प्रोत्साहन देना चाहिए। इसके लिए जीएसटी को घटाकर 5% कर देना चाहिए। ऐसा करने से इस सेक्टर की रफ्तार तेज करने में मदद मिलेगी।

बजट 2021 उम्मीदें: लक्जरी कार कंपनियों की सरकार से बजट में करों में कटौती की मांग

#Budget #Tourism #sector #incentive #package #overcome #Corona #crisis